क्या आप Online Shopping करने के लिए Flipkart App का इस्तेमाल करते है? यदि हाँ, तो आज के हमारे इस आर्टिकल से आपको एक नई चीज़ के बारे में जानकारी मिलेगी जो आपके लिए बहुत ही फायदेमंद भी होगी। Flipkart अपने ग्राहकों को उधार शौपिंग करने के लिए Flipkart Pay Later का फीचर देता है।
इसके सहायता से अगर आपको कोई Product Order करना हो और आपके पास पैसे नही है तभी भी आप इसके मदद से आराम से उस Product को Order कर सकते है, और इसके लिए आपको कोई भी Extra Fees नही देनी होती है और न कोई Paper Work करना पड़ता है।
Flipkart Pay Later Apply करने में मात्र 1 से 2 मिनट लगते है इसके लिए कोई बड़ा काम नही करना होता है आप अपने मोबाइल से से ही Pay Later को चालू कर सकते है। तो आइये फिर जानते है कि Flipkart Pay Later Limit & Activation Process के बारे में पूरी जानकारी।
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Flipkart Pay Later क्या है?
कई-बार ऐसा हो जाता है कि हमे Flipkart पर कोई Product पसंद आ जाता है और उसके हमे जरुरत भी होती है मगर उस समय पैसे नही होते है कि उसे ख़रीदा जा सके, इस समय पर Flipkart Pay Later से आपकी मदद हो सकती है।
जैसा कि इसके नाम से ही मालूम चल रहा है “Pay Later” यानी कि भुगतान बाद में करना पड़ेगा, अगर आप Flipkart से कोई सामान आर्डर करना चाह रहे है मगर आपके पास पैसे नही है तो आप अपना Flipkart Pay Later Activate कर लीजिये इससे आप किसी भी 5-7 हज़ार रूपए के प्रोडक्ट को बिना पैसे दिए आर्डर कर सकते है।
मगर ये पैसे आपको EMI के रूप में अगले महीने से चुकाने पड़ते है, जैसे कि आपके इस महीने की 12 तारीख हो कोई 5000 रूपए का Product Buy किया मगर आपके पास पैसे नही थे इसलिए आपने Pay Later को चुना।
तो अब आपको वो 5 हज़ार रूपए अगले महीने की 1 तारीख से लेकर 5 तारीख तक चुकाना होता है अगर आप ऐसा नही करते है तो 6 तारीख से Penalty लगनी चालू हो जाती है।
Penalty कितनी लगेगी ये इस बात पर निर्भर करेगी कि आपने कितने रूपए के लोन को जमा नही किया है इसके लिए Flipkart ने एक चार्ट द्वारा बताया हुआ है कि आपको कितने रूपए के जुरमाना देता देना होता है।
इस Flipkart Big Billion Days में 1 लाख रूपए तक के आर्डर पर Flipkart No Cost EMI का भी लाभ ले सकते है।
Flipkart Pay Later Eligibility
जब Pay Later की शुरुआत हुई थी तब ये कुछ ही यूजर्स को दिया जाता था मगर अब धीरे-धीरे ये सभी Flipkart Customers को दिया जाने लगा है, अगर आपके पास Flipkart Pay Later का Option नही दिखाई दे रहा है तो आपको थोडा इंतज़ार करना होगा कुछ समय के बाद ये आपको अपने आप ही मिल जाएगा।
या फिर आप जब Flipkart Account से कुछ Products को आर्डर करेंगे तब भी आपको इसका Registration मिल सकता है।
अगर आप ये देखना चाहते है कि आपको Flipkart Pay Later मिला है या नही तो इसके लिए आप अपने मोबाइल में Flipkart App Download करें क्योंकि इसके लिए Desktop या Flipkart Website से Apply नही कर सकते है।
- सबसे पहले आप अपने मोबाइल में Flipkart App Download करें।
- उसके बाद अपने मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस पूरा कर लीजिये।
- फिर जब ये ऐप खुलेगा तो वहां दिए गये सर्च बॉक्स में “Flipkart Pay Later” लिखकर सर्च करे।
- सबसे ऊपर में ही Pay Later लिखा हुआ मिल जाएगा उस पर क्लिक कर दीजिये।
- अब जो पेज खुलेगा उस अगर आपको Pay Later दिया जा रहा होगा तो Activate Now लिखा हुआ मिलेगा और जिनको अभी ये नही मिल रहा है उनके लिए Coming Soon लिखकर आएगा।
तो कुछ इस प्रकार से आप Flipkart Pay Later Eligibility Check कर सकते है, यदि आप Eligible होते है और आपको Flipkart Pay Later चाहिए तो निचे हमने बताया हुआ है कि इसके लिए कैसे Apply करते है।
Flipkart Pay Later कैसे Activate करें?
Flipkart अपने ग्राहकों के लिए कुछ पैसे Credit देता है इसके लिए उसने IDFC First Bank के साथ मिलकर Flipkart Pay Later नाम से एक फीचर लांच किया हुआ है जिसका उपयोग बहुत से Flipkart Customer कर रहे है अगर आपको ये इस्तेमाल करना है तो आपको पहले Pay Later Eligibility Check करना होगा।
यदि आप Eligible होते है तो अब आपको निचे बताये गये तरीके का इस्तेमाल करके Pay Later Activate कर लेना है ये बहुत ही सरल काम है जिसमे मुश्किल से 2 मिनट ही लगते होंगे।
- Flipkart Pay Later Activate करने के लिए आपके पास Aadhar Card और PAN Card होना अनिवार्य है और ये आपके मोबाइल नंबर से भी लिंक होना जरूरी है।
- अब आप Pay Later वाले पेज पर आ जाईये वहां पर Activate Now पर क्लिक करें।
- अब यहाँ पर आपसे पहले PAN Card पूछा जाएगा उसे सही-सही देखकर लिख दीजिये।
- इसके बाद आधार-कार्ड वेरीफाई करना होगा।
- तो अगली बार में आधार-कार्ड नंबर लिख दीजिये और वेरीफाई करने के लिए आपके Registered Aadhar Mobile Number पर एक OTP जाएगा, उस OTP से वेरीफाई कर लीजिये।
- अब आपको अपना UPI ID Verify या Bank Account Add करना होगा।
- जैसे ही ये वाला प्रोसेस पूरा करते है उसके तुरंत बाद में ही आपका Pay Later चालू हो जाएगा।
आप में से जितने भी लोगों को Flipkart Pay Later चालू करना था वो हमारे द्वारा बताये हुए इस प्रोसेस को देखकर आसानी से अपने भी पे लेटर चालू कर सकते है।
Flipkart Pay Later का इस्तेमाल कैसे करें?
Flipkart एक ऐसा शौपिंग ऐप बन चूका है जहाँ पर लगभग सभी प्रकार के प्रोडक्ट मिल सकते है ऐसे में अगर आपके पास Pay Later का Option हो तो आपको और भी फायेदा मिल जाता है। इसका उपयोग करने के लिए आप सबसे पहले किसी भी एक Product को Add to Cart में डाले जिसकी भी कीमत 5000 रूपए से कम हो।
जब आप पेमेंट करेंगे तो वहां Payment Method में UPI, Credit & Debit Card, COD (Cash On Delivery) का आप्शन मिलता है तो वही पर ही Pay Later के नाम एक और Option मिलेगा उस पर सेलेक्ट कर दीजिये और Continue करके अपने Order को Place कर लीजिये।
इसके बाद आपको अगले महीने की 1-5 तारिक के बीच में आपको उस Product की जो भी कीमत थी वो देनी होती है। यदि आप ऐसा नही करते है तो उसके बदले में आपको Penalty चुकानी पड़ती है, यह निश्चित नही है कि आपको कितना Penalty देना होगा ये आपके Product की कीमत और आपने कितने दिनों तक पैसे जमा नही किये है इस बात पर निर्भर करता है।
निष्कर्ष:-
अगर आपको Flipkart से कोई भी 5000 रूपए तक सामान उधार में खरीदना हो तो आप Flipkart Pay Later का इस्तेमाल कर सकते है इन्होने ये आप लोगों के लिए लांच किया है अगर कभी आपके पास पैसे कम पड़ जाए या अगले महीने की सैलरी से आप उन पैसो को चूका सकते है तो आपको ये जरुर इस्तेमाल करना चाहिए। आप में से जितने भी लोग Myntra से कपडे खरीदते है उन लोगों के लिए भी Flipkart Pay Later काम करता है ।
Flipkart Pay Later से जुड़े सामान्यतः पूछे जाने वाले सवाल | FAQ
फ्लिपकार्ट पे लेटर का मतलब क्या है?
पे लेटर का मतलब बाद में भुगतान करना होता है और फ्लिपकार्ट पे लेटर का मतलब ग्राहकों के लिए फ्लिपकार्ट की बाद में भुगतान करने की सुविधा है । इस सुविधा के जरिए आप अपनी खरीदी का पेमेंट बाद में एक तय समय में कर सकते है ।
Flipkart Pay Later limit कैसे बढ़ाएं ?
अपने फ्लिपकार्ट पे लेटर की लिमिट बढ़ाने का ऑप्शन फ्लिपकार्ट की ओर से नही दिया गया है, हालांकि फ्लिपकार्ट द्वारा आपकी खरीदी और Pay Later सुविधा के Repayments यानी भुगतान को देखते हुए लिमिट में बदलाव किया जा सकता है ।