IoT branch in Engineering | CSE IoT Syllabus, Placement, Salary, Job Opportunities, Information in Hindi
IoT या इंटरनेट ऑफ थिंग्स (Internet of Things) टेक्नोलॉजी दुनियाभर में बहुत लोकप्रियता हासिल कर रही है । इंटरनेट इस समय हर किसी के पास उपलब्ध है और इसके साथ ही IoT जैसी टेक्नोलॉजी काफी उपयोग की जा रही है । आज के समय में कई कॉलेज में Bachelor of Engineering और B.Tech डिग्री की Computer Science Engineering (CSE) ब्रांच IoT के साथ भी उपलब्ध है ।
इस समय Internet of Things टेक्नोलॉजी हमारी रोजमर्रा की जिंदगी के कई हिस्सों में शामिल है । यह एक ऐसी तकनीक है जिससे हमारे बहुत से कार्य आसान और स्वचालित रूप से पूरे हो सकते है । आइए विस्तार से जानते है की इंटरनेट ऑफ टेक्नोलॉजी क्या और IoT का मतलब, फायदे, नुकसान आदि क्या है ।
CSE IoT Syllabus
BE या B.Tech की ब्रांच CSE (IoT) का Syllabus विभिन्न यूनिवर्सिटी के अनुसार अलग अलग हो सकता है । आमतौर पर CSE IoT Syllabus में आपको यह विषय देखने को मिल सकते है –
Syllabus for the Computer Science and Engineering (CSE) Internet of Things (IoT) specialization –
Foundations of IoT
- IoT Architecture and Components
- Communication Protocols
- IoT Platforms
- Data Analytics for IoT
Embedded Systems and Microcontrollers
- Programming Embedded Systems
- Microcontroller Interfacing
- Practical Projects
Wireless Communication and Networking
- Wi-Fi, Bluetooth, Zigbee
- LoRaWAN and Other Protocols
Data Analytics for IoT
- Data Processing Techniques
- Data Mining
- Machine Learning for IoT
- Data Visualization
IoT Security and Privacy
- Encryption and Authentication
- Access Control
- Privacy Concerns
Cloud Computing and IoT
- Integration with Cloud Platforms
- AWS IoT, Google Cloud IoT, Azure IoT Hub
IoT Application Development
- Design and Prototyping
- Deployment of IoT Solutions
CSE IoT Placement
इस CSE Specialisation ब्रांच में प्लेसमेंट कॉलेज पर निर्भर करता है । इस ब्रांच में कई प्रसिद्ध कंपनियां प्लेसमेंट में शामिल हो सकती है । आप प्लेसमेंट के लिए एक अच्छे कॉलेज में एडमिशन ले सकते है ।
CSE Iot Salary
प्रसिद्ध कंपनियों में CSE Iot ब्रांच वाले व्यक्ति को औसतन 7 लाख प्रति वर्ष की सैलरी ऑफर की जाती है । हालांकि यह CSE Iot Salary कंपनी, कॉलेज और अन्य कारकों के आधार पर अलग हो सकती है ।
इंटरनेट ऑफ थिंग्स क्या है ? | Internet of Things in Hindi
IoT या इंटरनेट ऑफ थिंग्स एक दूसरे से जुड़े डिवाइस का एक बड़ा नेटवर्क या एक सिस्टम होता है । डिवाइस इंटरनेट के द्वारा IoT Platform से जुड़ते है । इंटरनेट ऑफ थिंग्स में जुड़े डिवाइस डेटा इकट्ठा करते है, साथ ही एक दूसरे से शेयर करते है और इसका उपभोग करते है । इस तरह एक दूसरे के साथ मिलकर ये डिवाइस अपने फीचर्स से कई उपयोगी कार्य कर पाते है और इससे बहुत सी चीजे बिना मानव हस्तक्षेप के अपने आप होती जाती है । यह सब उन डिवाइस में लगे सेंसर की मदद से होता है और एक पूरा इंटरनेट ऑफ थिंग्स का वातावरण बनता है, जिसमें कई IoT device शामिल हो सकते है ।
IoT का फुल फॉर्म ‘ इंटरनेट ऑफ थिंग्स ‘ (Internet of Things) होता है । अपने नाम के अनुसार यह इंटरनेट ऑफ थिंग्स यानी ‘ चीजो का अंतर्जाल ‘ है । पहले केवल कंप्यूटर, लैपटॉप, उससे संबंधित उपकरण और मोबाइल फोन ही इंटरनेट से जुड़े होते थे, लेकिन Internet of Things के साथ बहुत सी चीजे इंटरनेट से जुड़ चुकी है । इंटरनेट ऑफ थिंग्स एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसमे हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में काम आने वाली चीजे जैसे मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कार आदि कनेक्ट हो सकते है । इस तरह बहुत से उपकरण, सेंसर, कार, मशीन, हर दिन काम आने वाली चीजे इंटरनेट कनेक्टिविटी और डेटा के साथ मिलकर हमारे काम करने या जीने के तरीके को बदल सकती है ।
इंटरनेट ऑफ थिंग्स टेक्नोलॉजी वाले उपकरणों का आईपी एड्रेस होता है । Internet of Things डिवाइस में बहुत से स्मार्ट फीचर्स होते है । IoT के द्वारा Light और AC कनेक्ट करने पर आप स्मार्टफोन से इसे कंट्रोल कर सकते है । इंटरनेट ऑफ थिंग्स प्लेटफॉर्म में अपने फीचर्स के लिए ये डिवाइस एक दूसरे पर परस्पर निर्भर होते है ।
IoT में बहुत से अलग अलग प्रकार के Smart Device आते है, जिसमे प्रतिदिन उपयोग में आने वाले डिवाइस, सुरक्षा के डिवाइस, मनोरंजन, मैकनिकल, ऑटोमोबाइल आदि श्रेणी के डिवाइस शामिल है ।
IoT इंटरनेट ऑफ थिंग्स के फायदे | IoT benefits in Hindi
हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में और व्यवसाय के क्षेत्र में इंटरनेट ऑफ थिंग्स के फायदे है, जिनमे से कुछ इस प्रकार है ।
आप अपने स्थान से बहुत दूर होने पर भी आसानी से किसी भी जगह से डेटा और जानकारी पा सकते है । यह उस डिवाइस के नेटवर्क से कनेक्ट होने के कारण संभव हो पाता है ।
डिवाइस से कनेक्ट नेटवर्क के द्वारा बेहतर संचार संभव होता है, इन डिवाइस के बीच संचार पारदर्शी होता है, जो गलती की संभावना को कम करता है ।
ऐसी जगह जहाँ मशीनों के द्वारा कार्य होते है वहाँ Iot के जरिए मशीन के दूसरे से संचार करती है, जिसके परिणामस्वरूप ज्यादा सुविधाजनक तरीके से और तेजी के साथ उत्पादन होता है । बिजनेस या उद्योगों में इंटरनेट ऑफ थिंग्स बहुत फायदेमंद है ।
यह नई टेक्नोलॉजी Automation यानी स्वचालन को आसान बना रही है । Internet of Things की मदद से बिना किसी बाहरी सहायता के अपने आप और तेजी से कार्य हो सकते है ।