Cloud Gaming आज के समय तेजी से बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी है, जिसके बारे में आजकल अक्सर सुनने को मिलता है । अगर आप Game खेलने के शौकीन है तो आपने भी क्लाउड गेमिंग का नाम सुना ही होगा । स्मार्टफोन और इंटरनेट के विस्तार के साथ गेमिंग की दुनिया में भी कई आधुनिक अपडेट आ चुके है । आप स्मार्टफोन पर कई हाई क्वालिटी गेम खेल सकते है । आज के समय उपलब्ध आधुनिक गेम काफी बड़े और हाई क्वालिटी के साथ आते है, जिन्हें खेलने क लिए एक शक्तिशाली कंप्यूटर सिस्टम या नए गेमिंग कंसोल की आवश्यकता भी होती है ।
लेकिन आजकल क्लाउड गेमिंग के साथ इस तरह में बड़े गेम को एक साधारण सिस्टम के जरिए खेलना काफी आसान हो जाता है । वैसे तो वीडियो गेम की दुनिया मे क्लाउड गेमिंग टेक्नोलॉजी काफी समय पहले से आ चुकी है, लेकिन इसकी लोकप्रियता हाल ही में नई नई Cloud Gaming Service के आने से बढ़ी है । तो आइए जानते है क्लाउड गेमिंग क्या होती है और यह कैसे काम करती है ।
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क्लाउड गेमिंग का मतलब क्या है ? | Cloud Gaming Meaning in Hindi
क्लाउड गेमिंग एक प्रकार की गेमिंग टेक्नोलॉजी है, जिसमे गेम एक क्लाउड सर्वर के जरिए चलता है और सीधे यूजर के डिवाइस पर स्ट्रीम किया जाता है । अपने नाम के अनुसार ही क्लाउड गेमिंग किसी डिवाइस का उपयोग न करते हुए क्लाउड सर्वर पर काम करती है ।क्लाउड गेमिंग के साथ उसी तरह गेम खेले जा सकते है जैसे हमे किसी अन्य गेमिंग प्लेटफॉर्म पर खेलते है ।
क्लाउड गेमिंग में किसी गेमिंग कंसोल की जरूरत नही होती, इसमें केवल इंटरनेट और कोई भी डिवाइस जैसे स्मार्टफोन, स्मार्ट टीवी या कोई भी कंप्यूटर या लैपटॉप के साथ कई सारे नए और लोकप्रिय गेम खेल सकते है । आज के समय बहुत सी Cloud Gaming Service उपलब्ध है और कई बड़ी कंपनियां इस टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है ।
Cloud Gaming के फायदे
किसी अन्य गेमिंग प्लेटफॉर्म जैसे Gaming Console या PC में गेम खेलने के लिए गेम डाऊनलोड करना होता है या गेम की डिस्क लगानी होती है । इसके अलावा गेम कैसे चलेगा यह उस डिवाइस के परफॉर्मेंस, प्रोसेसर, रैम आदि पर निर्भर करता है ।
लेकिन क्लाउड गेमिंग में ना तो गेम को डाऊनलोड करने ली जरूरत होती है और ना ही किसी गेमिंग कंसोल की जरूरत होती है । क्लाउड गेमिंग में गेम यूजर के डिवाइस पर स्ट्रीम होता है ।
इसमें गेम सर्वर के जरिए चलता है और इसमें उपयोग होने वाले प्रोसेसर, मशीन यूजर से कई हजारों किलोमीटर दूर किसी डेटा सेंटर में होते है ।
क्लाउड गेमिंग में यूजर कोई भी गेम किसी भी इंटरनेट कनेक्शन और डिस्प्ले वाले डिवाइस मेंं खेल सकता है । इस तरह क्लाउड गेमिंग के साथ गेमिंग काफी किफायती हो जाती है, क्योकि इसमें High End Game चलाने के लिए किसी बड़े हार्डवेयर या कंसोल की जरूरत नही पड़ती है । साथ ही यूजर को नए लोकप्रिय गेम खेलने के लिए हर साल एक नया हार्डवेयर भी नही खरीदना पड़ता है ।
क्लाउड गेमिंग टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है ?
आजकल बहुत सी वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस या OTT Service काफी पसंद की जा रही है । इसमें लोग अपने स्मार्टफोन या अन्य डिवाइस पर सीधे इंटरनेट के जरिए मूवी, वेब सीरीज, टीवी शो आदि देख सकते है और इसके लिए उन्हें डाऊनलोड करने की जरूरत नही पड़ती ।
इसी तरह क्लाउड गेमिंग टेक्नोलॉजी भी काम करती है और इसमें भी यूजर को गेम डाऊनलोड करना नही पड़ता । वीडियो स्ट्रीमिंग की तरह ही इसमें बिना गेम डाऊनलोड किए सीधे खेल सकते है, इसे Game Streaming के नाम से भी जाना जाता है ।
क्लाउड गेमिंग में गेम खेलते हुए कीबोर्ड, माउस या कंट्रोलर के जरिए यूजर का इनपुट लिया जाता है और इसे सर्वर पर भेज दिया जाता है । इसके बाद इसका परिणाम यूजर के डिवाइस पर स्ट्रीम के रूप में वापस भेज दिया जाता है । इस प्रक्रिया में एक अच्छी इंटरनेट कनेक्टिविटी की जरूरत होती है, ताकि गेम बिना किसी Lag के खेला जा सके ।
Cloud Gaming Service यूजर के लिए सब्सक्रिप्शन के आधार पर उपलब्ध होती है । इसमें महीने भर के सब्सक्रिप्शन का विकल्प होता है, जिसके साथ यूजर को High Quality स्ट्रीमिंग और साउंड के साथ कुछ Games मिलते है ।